यूपी में बाढ़ का कहर! ग्राउंड जीरो पर उतरे योगी सरकार के मंत्री, पीड़ितों से मिलकर बांटे राहत सामग्री

यूपी में बाढ़ का कहर! ग्राउंड जीरो पर उतरे योगी सरकार के मंत्री, पीड़ितों से मिलकर बांटे राहत सामग्री

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में आई भीषण बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सोमवार (4 अगस्त 2025) को राज्य सरकार के मंत्री सीधे बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया।

खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं नदियां

यूपी के 13 जिलों में लगातार हो रही बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, वाराणसी, मिर्जापुर, गाजीपुर और बलिया में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि औरैया, कालपी, हमीरपुर, प्रयागराज और बांदा में यमुना भी लाल निशान पार कर चुकी है। इसके अलावा, हमीरपुर में बेतवा नदी भी उफान पर है।

सरकार की पहली प्राथमिकता: समय पर मदद

एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि मंत्रियों ने बाढ़ग्रस्त जिलों का दौरा किया, राहत कार्यों का मूल्यांकन किया और सीधे पीड़ितों से बातचीत की। सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि सभी प्रभावित लोगों तक समय पर मदद और राहत सामग्री पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार के प्रतिनिधि, प्रशासन और सभी संसाधन हर मुश्किल घड़ी में लोगों के साथ हैं।

वाराणसी में वित्त मंत्री ने बांटे बिस्किट और चॉकलेट

वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और श्रम एवं रोजगार मंत्री अनिल राजभर ने वाराणसी के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। मंत्री खन्ना ने नमो घाट से नक्की घाट तक का जायजा लिया, राहत शिविरों में पीड़ितों से मिले और उन्हें राहत सामग्री बांटी। उन्होंने हुकुलगंज स्थित श्रीराम पीजी कॉलेज और दीप्ति कॉन्वेंट स्कूल के शिविरों में भी जाकर ज़रूरी सामान बांटा और बच्चों को चॉकलेट भी दी। उन्होंने अधिकारियों को साफ-सफाई, पीने का साफ पानी, भोजन, चिकित्सा सुविधा और बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने खासकर जलजनित बीमारियों को रोकने के लिए मेडिकल टीमों को अलर्ट रहने को कहा।

प्रयागराज और मिर्जापुर में भी एक्शन में मंत्री

कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने प्रयागराज के करछना तहसील के कटका डेरा गांव का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों को प्रभावित लोगों के लिए सूखे राशन और पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। साथ ही, उन्होंने कहा कि बाढ़ चौकियों के माध्यम से लगातार जलस्तर की निगरानी की जाए। अगर जरूरत पड़े तो गांव के मुखिया से समन्वय स्थापित कर लोगों को सुरक्षित राहत शिविरों में पहुंचाया जाए। बाद में, उन्होंने मिर्जापुर में राहत कार्यों की समीक्षा की और जिलाधिकारी, सीडीओ और एसपी के साथ हालात पर चर्चा की।

जालौन, हमीरपुर, बांदा और बलिया में भी पहुंचे मंत्री

जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और राज्य मंत्री संजय गंगवार ने जालौन के कालपी में बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री बांटी। उन्होंने पीड़ितों को खाना भी खिलाया और उनका हालचाल पूछा। संजय गंगवार ने माधोगढ़ का भी निरीक्षण किया।

बलिया के प्रभारी मंत्री दयाशंकर मिश्र ने बाढ़ और कटाव से प्रभावित इलाकों का निरीक्षण करने के लिए एनडीआरएफ की नाव से गोपालपुर, उदयिछपरा और दुबेछपरा गांवों का दौरा किया। उन्होंने NH-31 पर हाई-रिस्क वाले पॉइंट्स का भी जायजा लिया और दुबेछपरा के हनुमान मंदिर में एक बाढ़ राहत केंद्र का उद्घाटन किया। मंत्री ने प्रशासनिक और बाढ़ नियंत्रण अधिकारियों को तुरंत नावों समेत सभी ज़रूरी सुविधाएं मुहैया कराने का निर्देश दिया। उन्होंने निवासियों को आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें पूरी तरह से स्थिति को संभालने में जुटी हुई हैं।

जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद ने बांदा के चिल्ला, तारा ग्राम पंचायत का दौरा किया और हालात का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावित परिवारों से मिलकर उनकी जरूरतें पूछीं और अधिकारियों को तुरंत राहत देने का निर्देश दिया।

बयान में यह भी कहा गया है कि “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व्यक्तिगत रूप से सभी प्रभावित जिलों में बाढ़ की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।” उन्होंने निर्देश दिया है कि राहत कार्यों में “पारदर्शिता और मानवीय संवेदनशीलता” सबसे महत्वपूर्ण होनी चाहिए।

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