कुबेर देवता को इस दिन याद करो, धन की कमी नहीं होगी!

शुरुआत करें समृद्धि की ओर!

अगर आप लगातार पैसों की तंगी से जूझ रहे हैं या चाहते हैं कि आपके जीवन में कभी धन की कमी ना हो, तो कुबेर देवता की आराधना आपके लिए चमत्कारी साबित हो सकती है। विशेष रूप से अगर आप एक निश्चित दिन और सही विधि से उन्हें याद करें, तो आपकी तिजोरी कभी खाली नहीं रहेगी।

कुबेर देवता कौन हैं?

कुबेर देवता को धन के देवता कहा जाता है। वे उत्तर दिशा के स्वामी और स्वर्गलोक के खजाने के रक्षक माने जाते हैं। उनके आशीर्वाद से व्यक्ति को न केवल धन, बल्कि वैभव, व्यापार में सफलता और सुख-समृद्धि मिलती है।

किस दिन करें कुबेर देव की पूजा?

धनतेरस, अक्षय तृतीया और हर शुक्रवार को कुबेर देवता की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
लेकिन ज्योतिष के अनुसार, कार्तिक मास की अमावस्या (दीपावली) और पूर्णिमा तिथि भी विशेष प्रभावशाली होती है।

कुबेर देवता को याद करने की सही विधि

1. उत्तर दिशा की ओर मुख करके पूजा करें
2. सफेद कपड़े पहनें और पीली वस्तुएँ चढ़ाएँ
3. कुबेर यंत्र की स्थापना करें
4. नीचे दिए गए मंत्र का 108 बार जप करें:

“ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा।”

5. चावल, कमलगट्टा और मिश्री चढ़ाएँ
6. घी का दीपक जलाएँ और शांत चित्त से ध्यान करें

क्या लाभ मिलता है कुबेर पूजा से?

लाभविवरण
💸 धन में वृद्धिआय स्रोत बढ़ते हैं और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है
📈 व्यापार में लाभरुका हुआ व्यापार फिर से गति पकड़ता है
🧘 मन की शांतिधन की चिंता दूर होने से मन में संतुलन आता है
🏠 घर में लक्ष्मी वासवास्तु दोष दूर होकर सकारात्मक ऊर्जा आती है

 कुबेर पूजा से जुड़ी ज़रूरी बातें

  • पूजा के समय उत्तर दिशा का विशेष ध्यान रखें।
  • श्री लक्ष्मी जी के साथ कुबेर देवता की पूजा करें, जिससे लक्ष्मी-कुबेर दोनों की कृपा प्राप्त हो।

घर या ऑफिस में कुबेर यंत्र रखें।

मेरा व्यक्तिगत अनुभव

पिछले साल मैंने दीपावली की रात कुबेर जी की विधिपूर्वक पूजा की थी। कुछ ही हफ्तों में मेरे रुके हुए प्रोजेक्ट पूरे हुए और एक नया व्यापार प्रस्ताव भी मिला। सच मानिए, अगर श्रद्धा से पूजा करें तो कुबेर देवता की कृपा जरूर मिलती है।

निष्कर्ष (Conclusion)

कुबेर देवता को श्रद्धा और विधिपूर्वक याद करें — खासकर धनतेरस या पूर्णिमा के दिन।
निश्चित रूप से आपकी आय बढ़ेगी और घर में लक्ष्मी स्थायी रूप से निवास करेगी।✨ याद रखें: श्रद्धा से किया गया छोटा प्रयास भी चमत्कार कर सकता है!

 संबंधित प्रश्न (FAQs)

Q1: कुबेर जी की पूजा किस समय करनी चाहिए?
A1: सुबह 5 से 7 बजे या शाम 6 से 8 बजे के बीच करें।

Q2: कुबेर यंत्र कहां रखें?
A2: उत्तर दिशा में पूजा स्थल पर रखें।

Q3: क्या कुबेर जी की फोटो से भी लाभ होता है?
A3: हाँ, यदि नित्य ध्यानपूर्वक पूजा की जाए।

Q4: कुबेर मंत्र कितनी बार जपना चाहिए?
A4: कम से कम 108 बार जप करें।

Q5: क्या कुबेर पूजा केवल व्यापारी ही कर सकते हैं?
A5: नहीं, कोई भी श्रद्धालु कर सकता है।

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